पटना: रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी का विलय, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में विधिवत कर दी। इस विलय के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को तत्काल प्रभाव से जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा कर दी। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इस आशय का पत्र भी निर्गत कर दिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने इस विलय को, अपनी घर वापसी बताया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं लोकसमतावादी विचारधाराओं के साथ लोगों का विकास हो, इसके लिए वे सदैव तत्पर और समर्पित रहेंगे।
8 वर्ष बाद कुशवाहा की घर वापसी
बिहार की राजनीति में कभी साथ रहे नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा, अंततः 8 वर्षों के लंबे अंतराल के पश्चात फिर से एक साथ मिल गए। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ही इसके लिए अपनी ओर से पहल करते हुए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कइद्य बार मुलाकात की थी। जिसके बाद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के, जनता दल यूनाइटेड में विलय पर सहमति बनी। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से रालोसपा उबर नहीं पा रही थी। वहीं जदयू भी आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाने से कुंठित था। ऐसे में रालोसपा के जदयू में विलय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जरूर ही कुछ अच्छा अनुभव कर रहे होंगे।